tag:blogger.com,1999:blog-896088330719317933.post8966919445165119809..comments2023-06-15T04:26:58.320-07:00Comments on रज़िया मिर्ज़ा: आपकी छ्त्र छायारज़िया "राज़"http://www.blogger.com/profile/12190998804214272758noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-896088330719317933.post-28618772334782048052010-10-02T22:52:49.266-07:002010-10-02T22:52:49.266-07:00बहुत ही मार्मिक प्रस्तुति.हमारे लिये “बाबा” यह लिख...बहुत ही मार्मिक प्रस्तुति.हमारे लिये “बाबा” यह लिखते हुए मेरी आँख़ों के आगे आँसुओं कि चिलमन आ जा रही है। छीप छीपकर पोंछ रही हुं ताकि कोई मुझे रोता हुआ देख न ले।यही होता है सबके साथ. आपकी पोस्ट पढके मुझे अपनी माँ याद आगयी, जिसके इन्तेकाल को अभी २ महिना ही हुआ है. आँख नाम है और वैसा ही महसूस हो रहा है, जैसा आपने बयां किया.S.M.Masoomhttps://www.blogger.com/profile/00229817373609457341noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-896088330719317933.post-507566976903157812010-06-18T04:54:25.055-07:002010-06-18T04:54:25.055-07:00कैरानवी साहब, आर्केजी,माधवजी,रजनीशजी,वर्माजी तथा म...कैरानवी साहब, आर्केजी,माधवजी,रजनीशजी,वर्माजी तथा महफ़ूज अली. आप सभी का मेरी पोस्ट को पढने के और मेरे ग़म में शामिल होने के लिये आभार।रज़िया "राज़"https://www.blogger.com/profile/12190998804214272758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-896088330719317933.post-86591728081113645682010-06-16T10:12:41.936-07:002010-06-16T10:12:41.936-07:00बहुत ही भावुक पोस्ट.... आंसू आ गए....ख़ुदा अब्बू क...बहुत ही भावुक पोस्ट.... आंसू आ गए....ख़ुदा अब्बू को जन्नत बख्शे....डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-896088330719317933.post-1002494530851907962010-06-16T06:28:39.840-07:002010-06-16T06:28:39.840-07:00आपने तो बहुत मार्मिक प्रस्तुतिकरण के बाद ग़मगीन कर ...आपने तो बहुत मार्मिक प्रस्तुतिकरण के बाद ग़मगीन कर दिया. छू लिया दिल को. <br />कुछ इस तरह आपने बयान किया मानो चलचित्र सा चलता गया.M VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-896088330719317933.post-27198715722427380962010-06-16T03:50:00.447-07:002010-06-16T03:50:00.447-07:00आँखों में आंसू भर आये...पिता हमेशा बेटियों के बारे...आँखों में आंसू भर आये...पिता हमेशा बेटियों के बारे में सोचता है,हमारे समाज का हाल देखते हुए पिता जानता है की यहाँ पढ़ा लिखा कर ही लड़कियों को अपने पैरों पर खड़ा किया जा सकता है!आपके पिता ने भी अच्छा ही सोचा..पर शायद भगवान् को भी अच्छे लोगों की जरूरत होती है!!!बहुत ही दिल छूने वाली अपनी सी लगती पोस्ट...RAJNISH PARIHARhttps://www.blogger.com/profile/07508458991873192568noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-896088330719317933.post-70419171678364665402010-06-16T00:18:04.453-07:002010-06-16T00:18:04.453-07:00feeling sadfeeling sadमाधव( Madhav)https://www.blogger.com/profile/07993697625251806552noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-896088330719317933.post-23414659665737071612010-06-16T00:02:48.987-07:002010-06-16T00:02:48.987-07:00बहुत ही मार्मिक प्रस्तुति ! बाबा के प्रति आपका स्न...बहुत ही मार्मिक प्रस्तुति ! बाबा के प्रति आपका स्नेह काबिलेतारीफ ही नहीं काबिलेरश्क भी है . धन्य थे आपके माता-पिता कि आप सी बेटी को जन्म दिया !aarkayhttps://www.blogger.com/profile/04245016911166409040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-896088330719317933.post-36120629698827198982010-06-15T23:19:48.942-07:002010-06-15T23:19:48.942-07:00यह आँसुओं से भीगी हुई यह पोस्ट पढकर हमारा भी बुरा...यह आँसुओं से भीगी हुई यह पोस्ट पढकर हमारा भी बुरा हाल है, काबिले फखर हैं आपके बाबाMohammed Umar Kairanvihttps://www.blogger.com/profile/06899446414856525462noreply@blogger.com